namalraj

चक्र- अ – चालीसा काल का पाँचवां इतवार

एजेकिएल 37:12-14, रोमियों 8:8-11, योहन 11:1-45

ब्रदर अमलराज अन्तोनि सामि (भोपाल महाधर्प्रान्त)


विश्वास करो, कयोंकि सच्चा विश्वास ही जीवन प्रदान करेगा

ख्रीस्त में मेरे प्रिय भाइयों और बहनों, आज हम चालिसा काल के पाँचवें इतवार में प्रवेश कर चुके हैं। चालिसा का समय, हमारे लिये प्रयाश्चित करने का समय है। हमने पाप किया है, हम ईश्वर के प्रति ईमानदार नहीं रहे, हमने अपनी वादा पूरी नहीं की, हमने ईश्वर के व्यवस्थान से संबंधित लोगों के समान जीवन नहीं बिताया। हाँ प्यारे भाइयों और बहनों, इस चालिसा का समय इन सभी अपराधों को पश्चात्ताप कर ईश्वर में विश्वास करने का समय है। इस पवित्र दिन में, सन्त योहन के सुसमाचार 11:1-45, हमें प्रभु ईश्वर में विश्वास करने के लिये आमंत्रित करता है। आज के सु्समाचार में प्रभु येसु ने कहा कि पत्थर हटा दो, मृतक की बहन मार्था ने उन से कहा, प्रभु अब तो दुर्गन्ध आती होगी, आज चौथा दिन है। येसु ने उतर दिया, क्या मैंने तुम से नही कहा कि यदि तुम विश्वास करोगी, तो ईश्वर की महिमा देखोगी ?

प्रिय भाइयों और बहनों, इस पवित्र चालीसा काल के पांचवें इतवार में पवित्र वचन हमें यह कह्ता है कि ईश्वर में विश्वास करो, कयोंकि सच्चा विश्वास ही जीवन प्रदान करेगा। प्रिय भाइयों और बहनों, प्रभु येसु ने कहा कि "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ, जो मुझ में विश्वास करता है, वह मरने पर भी जीवित रहेगा, और जो मु्झ में विश्वास करते हुए जीता है, वह कभी नहीं मरेगा।"

सन्त योहन के सुसमाचार 6:35 में प्रभु येसु ने कहा, "जीवन की रोटी मैं हूँ, जो मेरे पास आता है, उसे कभी भूख नहीं लगेगी।" हाँ प्रिय भाईयो और बहनो, पवित्र वचन हमें समझाता है कि प्रभु जीवन्त ईश्वर है, वह जीवन दाता है, जिसने मनुष्यों को जीवन दिलाने के लिए अपने पुत्र को इस संसार भेजा, और वही पुत्र येसु, येसु मसीह, अदर्श्य ईश्वर के प्रतिरुप में इस संसार में आया। कलोसियो के नाम सन्त पौलुस का पत्र 1:15 कहता है कि "येसु मसीह अदर्श्य ईश्वर के प्रतिरूप तथा समस्त सृष्टि के पहलौठे हैं।" येसु मसीह अदर्श्य ईश्वर के प्रतिरुप हैं, जो हमें पापों से बचाने के लिए, मुक्ति दिलाने के लिए, और जीवन प्रदान करने के लिए इस संसार मे आये, उसी जीवन्त प्रभु येसु में विश्वास करने के लिए पवित्र वचन हमें आमंत्रित करता है।

आज के पहले और दुसरे पाठ में भी हम यह सुनते हैं, कि ईश्वर जीवन दाता है; यदि हम उस ईश्वर में विश्वास करते हैं, तो वह ईश्वर हमें जीवन प्रदान करेगा। नबी येज़ेकिएल के ग्रंथ 37:12-14 हमें यह कहता है, कि "मैं तुम्हारी कब्रों को खोल दुंगा। मेरी प्रजा, मैं तुम लोगों को कब्रों से निकाल कर इस्राएल की धरती पर वापस ले जाऊंगा। मेरी प्रजा ! जब मैं तुम्हारी कब्रों को खोल कर तुम लोगों को उन में से निकालूँगा, तो तुम लोग जान जाओगे कि मैं ही प्रभु हूँ, मैं तुम्हे अपना आत्मा प्रदान करुंगा और तुम में जीवन आ जायेगा।" प्रिय भाइयों और बहनों, पवित्र बाईबिल हमें बताती है कि जितने भी लोगों ने ईश्वर पर विश्वास किये, उन्हें ईश्वर ने जीवन प्रदान किया और उन्हें धार्मिक माना। उत्पत्ति ग्रंथ 15:6 कहता है, "अब्राम ने ईश्वर में विश्वास किया और उस कारण प्रभु ने उसे धार्मिक माना।" और संत लुकस के सुसमाचार 23:42-43 में, एक कुकर्मी ने ईश्वर पर विश्वास किया और कहा, “येसु जब आप अपने राज्य में आयेंगे, तो मुझे याद कीजिएगा”। प्रभु येसु ने उस से कहा, मैं तुम से यह कहता हुं, तुम आज ही परलोक में मेरे साथ होंगे। आईए प्रिय भाइयों और बहनों, हम ईश्वर की दया और करुणा पर विश्वास करते हुए इस चालीसा काल में उपवास, प्रार्थना, और दान करें, ताकि हम जीवन प्राप्त कर सकें। आमेन